एकार्थक प्रतीत होने वाले भिन्नार्थक शब्द (Ekarthak Shabd in Hindi) : क्या आप एकार्थक प्रतीत होने वाले भिन्नार्थक शब्दों के बारे में सारी जानकारियां लेना कहते हैं| हमने आपको नीचे टेबल (Ekarthak Shabd in Hindi) उपलब्ध कराई है जिसमें हमने आपको एकार्थक प्रतीत होने वाले भिन्नार्थक शब्दों (Ekarthak Shabd in Hindi) की जानकारियां उपलब्ध कराई हैं| यदि आप स्कूल में पढ़ने वाले विधार्थी हैं या फिर आप किसी कम्पटीशन की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए यह पोस्ट बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगी| इसीलिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें और अपना ज्ञान बढ़ाएं|
भाषा में कुछ ऐसे शब्द भी देखे जाते हैं, जो समानार्थक प्रतीत (Ekarthak Shabd in Hindi) होते हैं; जबकि ऐसी बात होती नहीं हैं। ये अलग-अलग अर्थों के द्योतक होते हैं। हमें ऐसे शब्दों के प्रयोग पर ध्यान देना चाहिए; अन्यथा अर्थ का अनर्थ हो सकता है और हम हँसी के पात्र हो सकते हैं। इसीलिए इस पोस्ट (Ekarthak Shabd in Hindi) को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें और कई नयी जानकारियां हासिल करें|
एकार्थक प्रतीत होने वाले भिन्नार्थक शब्द (Ekarthak Shabd in Hindi)
अबला | सभी स्त्रियों के लिए प्रयोग |
निर्बला | कमजोर स्त्रियों के लिए |
अभिमान | सच्चा गर्व |
अहंकार | झूठा घमंड |
दर्प | नियम-विरुद्ध काम करने पर भी घमंड |
घमंड | हर परिस्थिति में स्वयं को महान और दूसरों को तुच्छ मानना |
अवस्था | जीवन के कुछ बीते समय (उम्र) |
आयु | जीवन की पूरी गणना |
अलौकिक | उत्तम गुण वाला |
स्वाभाविक | प्रकृति-विरूद्ध |
ईर्ष्या | दूसरों की उन्नति से जलना |
द्वेष | वैर-भाव (दुश्मनी का भाव) |
उद्योग | अद्यम, परिश्रम |
उपाय | समस्या सुलझाना |
कृपा | किसी के कष्ट को दूर करने की साधारण चेष्टा करना |
दया | दीन दुखी पर पिघलना अथवा दुखियों के दुख दूर करने की स्वाभाविक इच्छा |
खेद | मन का खिन्न होना |
शोक | मृत्यु आदि पर अफसोस |
कष्ट | साधारण तकलीफ |
दुःख | तन-मन-आत्मा की तकलीफ |
निर्णय | फैसला करना |
न्याय | इन्साफ करना |
प्रेम | पति-पत्नी या ईश्वर से |
स्नेह | अपने से छोटों के प्रति |
प्रणय | सख्य भाव मिश्रित अनुराग |
देखना | सामान्य अर्थ में |
भिन्न | अलग होना |
विपरीत | उल्टा होना |
भ्रम | जो नहीं है उसे मान बैठना (सांप को रस्सी या रस्सी को साॅप) |
संदेह | सुविधा होना (साँप है या रस्सी पता नहीं) |
मूर्ख | जड़ बुद्धि का |
अनभिज्ञ | जिसे पता न हो |
अज्ञात | जिसका पढ़ा न हो |
अपरिचित | नावाकिफ |
स्त्री | संपूर्ण नारी जाति के लिए |
पत्नी | किसी की अविवाहित के लिए |
लज्जा | शर्म साधारण अर्थ में |
ग्लानि | किसी पाप या अपराध का अफसोस |
आशंका | शक |
आशंका | जान जाने का खतरा |
भय | सामान्य डर |
त्रास | भयंकर डर |
वेदना | शारीरिक कष्ट |
व्यथा | मानसिक कष्ट |
सैकत | नदी तट की रेतीली भूमि |
पुलिन | नदी तट की गीली भूमि |
कलंक भारी | दोष लगना |
अपयश | अपकीर्ति |
परिचर्या | रोगी की सेवा |
सेवा | किसी की भी |
प्रतिदान | बदले के कुछ देना |
पूजनीय | पिता, गुरु या महान के लिए |
इच्छा | साधारण चाह |
अभिलाषा | हार्दिक चाह |
उत्साह काम | करने की बढ़ती रूचि |
साहस | भय पर विजय पाना |
कंगाल जो | पेट के लिए भीख मांगे |
दीन | अति निर्धन जो दया का पात्र हो |
ग्रंथ | बड़ा और गंभीर विषयवाली पुस्तक |
पुस्तक | सामान्य किताब |
दक्ष | हाथ से किए जाने वाले कामों के लिए |
निपुण | किसी कार्य में पूरी जानकारी वाला |
कुशल | हर काम में मानसिक और शारीरिक शक्तियों का अच्छी तरह से प्रयोग करनेवाला |
कर्म | किसी काम पर लगे रहनेवाला |
निबंध | विषय गौण और लेखक की शैली प्रधान |
लेख | विषय की प्रधानता वाली गद्य रचना |
निधन | महान व्यक्तियों के लिए |
मृत्यु | सामान्य लोगों के लिए |
निकट | सामीप्य का बोध |
पास | अधिकार के सामीप्य का बोध |
प्रणाम | बड़ों के लिए |
नमस्कार | बराबर वालों के लिए |
नमस्ते | बराबर वालों के लिए |
पारितोषिक | किसी प्रतियोगिता में विजयी को |
पुरस्कार | किसी अच्छे काम के लिए |
पुत्र | अपना बेटा |
बालक | कोई लड़का |
बड़ा | आकार में |
बहुत | परिमाण (मात्रा के लिए |
बुद्धि | प्रज्ञा कर्तव्य का निश्चय करती है |
ज्ञान | इन्द्रियों द्वारा प्राप्त अनुभव |
मित्र | वह पराया, जिसके साथ आत्मीयता हो गई हो |
बंधु | आत्मीय मित्र |
साथी | जो जीवन भर साथ निभाए |
मन | जहां बातों का स्मरण-स्मरण हो |
महोदय | सामान्य लोगों के लिए |
महोदय | बड़ों या अधिकारियों के लिए |
यंत्रणा | असह्य दुःख (मानसून) का अनुभव |
यातना | शारीरिक कष्ट जो आघात से उत्पन्न हो |
विवाद | अतिशय दुखी होना |
व्यथा | किसी आघात के कारण मानसिक या शारीरिक कष्ट |
सेवा | गुरुजनों के लिए |
शुश्रूषा | दीन-दुखियों और रोगियों के लिए |
साधारण | जो वस्तु या व्यक्ति एक ही आधार पर आश्रित हो। जिसमें कोई विशिष्ट गुण या चमत्कार न हो। |
सामान्य | जो बात दो या कई वस्तुओं तथा व्यक्तियों में समान रूप से पाई जाती हो। |
स्वतंत्रता | व्यक्तिगत/व्यक्तियों के लिए |
स्वाधीनता | देश/राष्ट्र के लिए (सामूहिक आजादी) |
सखा | जो दो शरीर एक प्राण हो (चोली-दामन का संबंध) |
सुहृद | अच्छा हृदय वाला |
सहानुभूति | दूसरे के दुःख को निज दुःख मानना |
स्नेह | छोटों के प्रति प्रेम भाव रखना |
सम्राट | राजाओं का राजा |
राजा | साधारण नृप |
अगोचर | जिसे इन्द्रियों द्वारा नहीं प्रजा द्वारा जाना जाय |
अनुकूल | अपने पक्ष के मुताबिक |
अभिजीत | अनेक विषयों का ज्ञानी |
विज्ञ | किसी खास विषय का ज्ञानी |
अनशन | दो व्यक्तियों का आपस में न बनना |
झटपट | दो पक्षों के बीच झगड़ा |
अमूल्य | जिसकी कीमत कोई न दे सके |
दुर्मूल्य | जिसका मूल्य हैसियत से ज्यादा हो |
बहुमूल्य | बहुत मूल्यवान |
अर्पण | अपने से बड़ों के लिए |
प्रदान | बड़ों की ओर से छोटों को |
अन्वेषण | अज्ञात पदार्थ स्थान आदि का पता लगाना |
अनुसंधान | छानबीन, जाॅच-पड़ताल |
गवेषणा | किसी गूढ़ विषय की मूल स्थिति जानने के लिए गंभीर अध्ययन, मननादि |
अनुराग | किसी पदार्थ पर शुद्ध भाव से मन केंद्रित करना |
शक्ति | मोहित प्रेम |
बुद्धि | लायी गई भूल |
भूल | अपने-आप आई भूल |
व्याधि | शारीरिक कष्ट |
अनुरोध | बराबर वालों के लिए |
प्रार्थना | ईश्वर या बड़ों के लिए |
अस्त्र | हाथ में रखकर चलाए जाने वाले हथियार |
शस्त्र | हाथ में रखकर चलाए जाने वाले हथियार |
अन्तःकरण | शुद्ध मन से विवेकपूर्ण शक्ति |
आत्मा | ईश्वर, जीवों में चेतन |
अध्यक्ष | किसी गोष्ठी या समिति का स्थायी प्रावधान |
सभापति | किसी गोष्ठी का अस्थायी प्रधान |
अर्चना | धूप-दीप-फूल आदि से पूजन |
पूजा | बिना किसी सामग्री के पूजन |
अभिनंदन | किसी श्रेष्ठ का स्वागत |
स्वागत | अपनी सभ्यता-संस्कृति से संबंधित किसी को सम्मान देना |
आदि | साधारणतः एक या दो उदाहरण के बाद प्रयुक्त |
इत्यादि | पूरे उदाहरण के बाद प्रयुक्त |
आज्ञा | पूज्य व्यक्ति द्वारा दिया गया कार्य-निर्देश |
आदेश | किसी अधिकारी द्वारा दिया गया कार्य-निर्देश |
आह्लाद | वह प्रसन्नता, जो क्षणिक, पर तीव्र भावों से संबंधित हो |
उल्लास | किसी अभिलषित पदार्थ की प्राप्ति की आशा में जो आनंदानुभूति हो |
आगामी | आगे आनेवाला समय |
भावी | भविष्य का बोधक |
आराधना | किसी देवता या गुरूजन के समक्ष दया याचिका |
उपासना | अपने इष्टदेव से किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक निष्ठ साधना करना |
उपकरण | वह सामग्री जो किसी कार्य की सिद्धि के लिए जुटाई जाती है |
उपासना | किसी पदार्थ के निर्माण करने की सामग्री |
उदाहरण | किसी बात को सिद्ध करने के लिए दिया गया प्रमाण |
दृष्टांत | किसी बात की प्रतिपुष्टि के लिए दिया गया तथ्य |
संकोच | किसी काम को करने में हिचक होना |
व्रीडा | स्वाभाविक लज्जा होना |
अभिनेत्री | रंगमंच पर नारी की भूमिका अदा करने वाली |
नायिका | नाटक या उपन्यास की मुख्य नारी |
त्रुटि | कमी का भाव प्रकट होना |
दोष | उचित-अनुचित का भाव |
क्रांति | जनसाधारण द्वारा शासन को उलटने के लिए किया गया संघर्ष |
विद्रोह | शासन के विरुद्ध कार्य |
स्वच्छंदता | नियम पालन नहीं कर स्वच्छंद रहना |
विच्छृंखलता | उद्दंडता |
वंदना | देव बुद्धि से स्तुति करते हुए हाथ जोड़कर प्रणाम करना |
प्रणिपात | चरणों को इस प्रकार छूना जिसमें नाक, काटने और वक्षस्थल भी धरती का स्पर्श कर रहे हों |
आमंत्रण | किसी समारोह में सम्मिलित होने के लिए सामान्य बुलावा |
निमंत्रण | भोजनादि के लिए विशेष बुलावा |
ऋषि | सत्य का साक्षात्कार, आविष्कार करने वाला |
मुनि | सत्य का मनन करने वाला |
संत | पवित्र, निष्काम, निर्विरोध जीवन जीने वाला |
बड़ाई | प्रशंसा |
बड़प्पन | महत्ता, स्वभाव की उच्चता |
बड़ापन | अकार में बड़ा होना |
बचपन | बच्चे की अवस्था |
लड़कपन | बच्चों-जैसा स्वभाव |
धन्यवाद | किसी की सहायता पाकर उसके प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट करना |
स्वागत | किसी के आने पर उसके प्रति सम्मान और प्रसन्नता प्रकट करना |
बधाई | किसी की उपलब्धि से अपनी प्रसन्नता प्रकट करते हुए उसकी उन्नति की शुभकामना |
सहयोग | किसी काम को मिल-जुलकर करना |
सहायता | किसी काम में मदद करना/हाथ बँटाना |
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