सर्वनाम की परिभाषा, सर्वनाम के भेद, प्रकार और उदाहरण, हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया तथा क्रिया विशेषण सभी बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस पेज पर आप देखेंगे कि सर्वनाम किसे कहते हैं (Sarvanaam kise kahate hain), सर्वनाम की परिभाषा (sarvanaam ki paribhasha) क्या होती है?, Aap sangya sarvanaam ki paribhasha देख सकते हैं, सर्वनाम के भेद तथा सर्वनाम के उदाहरण क्या क्या होते हैं।
सर्वनाम की परिभाषा, सर्वनाम के भेद, प्रकार और उदाहरण
सर्वनाम संज्ञाओं की पुनरावृत्ति को रोककर वाक्यों को सौन्दर्ययुक्त बनाता है। नीचे लिखे वाक्यों को ध्यानपूर्वक देखें-
- पेड़-पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दरम्यान ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।
- पेड़-पौधे पर्यावरण को संतुलित बनाए रखते हैं।
- पेड़-पौधे विभिन्न जीवों को आश्रय प्रदान करते हैं।
- पेड़-पौधे भू-क्षरण को रोकते हैं।
- पेड़-पौधे से हमे फल-फूल, दवाएँ, इमारती लकड़ियाँ आदि करते हैं।
अब इन वाक्यों पर गौर करें–
- पेड़-पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दरम्यान ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।
- वे पर्यावरण को संतुलित बनाए रखते हैं।
- वे विभिन्न जीवों को आश्रय प्रदान करते हैं।
- वे भू-क्षरण को रोकते हैं।
- उनसे हमें फल-फूल, दवाएँ, इमारती लकड़ियाँ आदि मिलते हैं।
प्रथम पाँचों वाक्यों में संज्ञा ‘पेड़-पौधे’ वाक्यों में संज्ञा ‘पेड़-पौधे’ दुहराए जाने के कारण वाक्य भद्दे हो गए जबकि नीचे के पाँचों वाक्य सुन्दर हैं। आपने यह भी देखा कि ‘वे’ और ‘उनसे’ पद ‘पेड़-पौधे’ की ओर संकेत करते हैं।
सर्वनाम की परिभाषा/सर्वनाम किसे कहते हैं?
स्पष्ट शब्दों में सर्वनाम की परिभाषा यह है कि “संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं।”
मूलतः सर्वनामों की संख्या ग्यारह (11) है-
मै, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, क्या, कोई और कुछ ये सभी मौलिक सर्वनाम कहलाते हैं। जब इन पर कारक-चिह्नों का प्रााव पड़ता है, तब ये यौगिक रूप बन जाते हैं।
मौलिक सर्वनाम मैं
यौगिक सर्वनाम मैंने, मुझे, मुझको, हमें, हम, हमको, मेरा, मेरे, मेरी, मुझमे, मेरे लिए इत्यादि।
नोट: सर्वनाम के यौगिक रूपों की चर्चा कारक-प्रकरण में हो चुकी है।
नीचे लिखे वाक्यों के खाली स्थानों में कोष्ठक में दिए गए सर्वनामों के यौगिक रूपों को भरें-
- …….. लड़के का व्यवहार बहुत अच्छा नहीं है। (वह)
- क्या मैं …….. नाम और पता जान सकता हूँ? (आप)
- ………. आपका नमक खाया है, गद्दारी कैसे करूँगा। (मैं)
- ……. लगता है कि वह स्टेशन पर ही ठहर गया है। (मैं)
- …… इन्तजार नहीं करना पड़ेगा; बस, मैं गया और आया। (आप)
- वही ……. बहका रहा होगा। (तुम)
- इस संकट की घड़ी में …….. साथ होना चाहिए। (मैं/वह)
- परीक्षा से पहले ………. ठीक से तैयारी कर लेनी चाहिए। (तुम)
- …….. वकील का क्या कहना है ? (तुम)
- …….. ऐसा लगता है कि ……. लोगों के लिए अभी भी दिल्ली दूर है। (मैं/वह)
- जोश की बात सुनते ही ……. भुजा फड़कनेलगी। (वह)
- …….. कह देना कि अब ……. ताऊ नहीं रहे। (वह)
- आज में …….. घर ही खाऊँगा। (आप)
- …….. पत्रिका के सभी स्तंभ आकर्षक हैं। (आप)
- मुझे ……. इरादे ठीक नहीं लग रहे हैं (वह)
सर्वनाम के भेद/प्रकार
सर्वनाम छह प्रकार के होते हैं-
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
पुरुषवाचक सर्वनाम
‘‘जिस सर्वनाम का प्रयोग स्त्री एवं पुरुष दोनों के लिए किया जाता है, ‘पुरुषवाचक सर्वनाम’ (Personal Pronoun) कहलाता है।’’
सर्वनाम का अपना कोई लिंग नहीं होता है। इसके लिंग का निर्धारण क्रियापद से ही होता है। पुरुषवाचक सर्वनाम के अंतर्गत मैं, तू, आप, यह और वह आते हैं।
नीचे लिखे उदाहरणों को देखें-
मैं फिल्म देखना चाहता हूँ। (पुँ0)
मैं घर जाना चाहती हूँ। (स्त्री0)
तू कहता है तो ठीक ही होगा। (पुँ0)
तू जब तक आई तब तक वह चला गया। (स्त्री0)
आजकल आप कहाँ रहते हैं ? (पुँ0)
आप जहाँ भी रहती हैं खुशियों का माहौल रहता है। (स्त्री0)
पुरुषवाचक सर्वनामों की तीन स्थितियाँ (भेद) होती हैं-
- उत्तम पुरुष: जिस सर्वनाम का प्रयोग बात कहनेवाले के लिए हो।
जैसे- मैं कहता हूँ कि नदियाँ सूखती जा रही हैं। इसके अंतर्गत ‘मैं’ और ‘हम’ आते हैं।
- मध्यम पुरुष: जिस सर्वनाम का प्रयोग उसके लिए हो, जिससे कोई बात कही जाती है। इसके अन्तर्गत तू, तुम और आप आते हैं।
जैसे- मैंने आपसे कहा था कि वह बीमार नहीं है।
- अन्य पुरुष: जिस सर्वनाम का प्रयोग उसके लिए हो जिसके विषय में कुछ कहा जाता है।
जैसे- मैंने आपको बताया था कि वह पढ़ने में बहुत तेज हैं।
पुरुषवाचक सर्वनामों के संज्ञा की तरह दो वचन होते हैं।
निजवाचक सर्वनाम
‘‘जिस सर्वनाम का प्रयोग कर्ता कारक स्वयं के लिए करता है, उसे ‘निजवाचक सर्वनाम’ (Reflexive Pronoun) कहते है।’’ इसके अंतर्गत आप, स्वयं, खुद, स्वतः आदि आते हैं?
नीचे लिखे उदाहरणों को देखें-
आप कहाँ से आ रहे हैं ?
विश्लेषण: यहाँ ‘मैं’ कर्ता ने ‘आप’ का प्रयोग स्वयं के लिए किया है। इस कारण यह निजवाचक के अंतर्गत आएगा।
निश्चयवाचक सर्वनाम
‘‘जिस सर्वनाम से किसी वस्तु या व्यक्ति अथवा पदार्थ के विषय में ठीक-ठीक और निश्चित ज्ञान हो, ‘निश्चयवाचक सर्वनाम’ (Demonstrative Pronoun) कहलाता है।’
इस सर्वनाम के अन्तर्गत ‘यह’ और ‘वह’ आते हैं। ‘यह’ निकट के लिए और ‘वह’ दूर के लिए प्रयुक्त होते हैं।
नोट: ‘यह’ और ‘वह’ पुरुषवाचक सर्वनाम भी हैं और निश्चयवाचक भी। नीचे दिए गए उदाहरणों और विश्लेषणों को देखें:
आजकल यह कुछ नहीं खाता-पीता है।
वह एकबार फिर दौड़-प्रतियोगिता में दूसरे पर रहा।
विश्लेषण: उक्त दोनों वाक्यों में ‘यह’ और ‘वह’ का प्रयोग पुरुषों के लिए होने के कारण दोनों पुरुषवाचक के अंतर्गत आएंगे।
यह गाय है।
वह विलायती चूहा है।
विश्लेषण: उपर्युक्त दोनों वाक्यों में ‘यह’ गाय की निश्चितता के लिए और ‘वह’ चूहे की निश्चितता के लिए प्रयुक्त होने के कारण दोनों निश्चयवाचक सर्वनाम के अंतर्गत आएंगे।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
‘‘वह सर्वनाम, जो किसी निश्चित वस्तु या व्यक्ति का बोध नहीं कराए, ‘अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronoun) कहलाता है।’’ इस सर्वनाम के अंतर्गत ‘कोई’ और ‘कुछ’ आते हैं।
जैसे- आपके घर पर कोई आया है।
कुछ दे दीजिए। कुछ काम करो।
प्रश्नवाचक सर्वनाम
‘जिस सर्वनाम का प्रयोग प्रश्न करने के लिए किया जाए, ‘प्रश्नवाचक सर्वनाम’ (Interrogative Pronoun) कहलाता है।’’
इसके अंतर्गत ‘कौन’ और ‘क्या’- ये दो सर्वनाम आते हैं। ‘कौन’ का प्रयोग सदैव सजीवों के लिए और ‘क्या’ का प्रयोग निर्जीवों के लिए होता है।
जैसे- देखो तो कौन आया है ?
आपने क्या खाया है ?
संबंधवाचक सर्वनाम
‘‘जिस सर्वनाम से एक शब्द या वाक्य का दूसरे शब्द या वाक्य से संबंध जाना जाता है, उसे ‘सबंधवाचक सर्वनाम’ (Relative Pronoun) कहते हैं।’’
इसके अंतर्गत ‘जो’ और ‘सो’ आते हैं। अब ‘सो’ के स्थान पर ‘वह’ का प्रयोग होने लगा है।
नीचे लिखे वाक्यों को देखें-
जो जागेगा सो पावेगा, जो सोवेगा सो खोवेगा (पु0 हिन्दी) जो जागेगा वह पाएगा, जो सोएगा वह खोएगा। (आ0 हि) जो के अन्य रूप भी होते हैं।
जैसे- जिसका, जो कि, जिसको, जिन्होंने, जिनके आदि।
Sarvanaam Questions and answers सर्वनाम के प्रश्न और उत्तर
- इनमें से किस वाक्य में निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग हुआ है ?
(a) वह आप खा लेता है।
(b) आप क्या-क्या खाते हैं ?
(c) आजकल आप कहां रहते हैं ?
(d) इनमें से कोई नहीं
- किस वाक्य में प्रश्नवाचक सर्वनाम का प्रयोग हुआ है ?
(a) आपको यह काम करना हैं।
(b) वह पढता-लिखता है न ?
(c) आप कहां रहते हैं ?
(d) वहाँ कौन पढ़ रहा था ?
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम का प्रयोग किस वाक्य में हुआ है ?
(a) उन्हें कुछ दे दो।
(b) कौन ऐसा कहता है ?
(c) अभिनव इधर आया था।
(d) वह खाकर सो गया है।
- संबंधवाचक सर्वनाम का प्रयोग किस वाक्य में हुआ है ?
(a) जो करेगा सो भरेगा।
(b) जैसी करनी वैसी भरनी।
(c) उसके पास कुछ है।
(d) वह इधर ही आ निकला।
- मैं आप चला जायेगा। इस वाक्य में ‘आप’ कौन-सा सर्वनाम है ?
(a) पुरुषवाचक सर्वनाम
(b) निश्चयवाचक सर्वनाम
(c) निजवाचक सर्वनाम
(d) संबंधवाचक सर्वनाम
- आप कहाँ जा रहे थे ? इस वाक्य में ‘आप’ क्या है ?
(a) निजवाचक सर्वनाम
(b) निश्चयवाचक सर्वनाम
(c) प्रश्नवाचक सर्वनाम
(d) पुरुषवाचक सर्वनाम
- इन वाक्यों में से किस वाक्य में ‘वह’ का प्रयोग संबंधवाचक के रूप में हुआ है ?
(a) वह घर पर रहकर ही अपना परिवार चला रहा है।
(b) वह घोड़ा है, जो बहुत तेज दौड़ता है।
(c) वह पता नहीं क्या चाहता है।
(d) जो मेहनत करेगा वह सफल होगा।
इन सभी प्रश्नों के उत्तर आप हमारे कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
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- समास
- संधि एवं संधि विच्छेद
- अलंकार और उसके प्रकार
- विलोम शब्द
- पर्यायवाची शब्द
- मुहावरे तथा लोकोक्तियाँ